धारा 65 BNS in Hindi: बलात्कार की सजा व झूठे केस से बचाव-bnsinhindi.com

हाल ही में कोलकाता में हुए ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और मर्डर (Kolkata murder case) जैसी घटना से पूरा देश आक्रोशित है और आरोपी को सजा दिलाने के लिए जगह-जगह विरोध प्रदर्शन और हड़ताल चल रहे हैं। ऐसे में हम सभी को भी यह जानना आवश्यक है कि विभिन्न परिस्थितियो में बलात्कार की सजा क्या होती है ?

धारा 65(1) BNS in Hindi- 16 वर्ष से कम आयु की महिला के साथ बलात्कार के लिए दंड

1 जुलाई 2024 से लागू हुई नए कानून भारतीय न्याय संहिता, 2023 के अनुसार यदि कोई व्यक्ति 16 वर्ष से कम उम्र की महिला के साथ बलात्कार करता है तो उसे व्यक्ति को कम से कम 20 वर्ष के कठिन कारावास या आजीवन कारावास और जुर्माने से बलात्कार की सजा के लिए दंडित किया जाएगा परंतु ऐसा जुर्माना, पीड़ित महिला के चिकित्सीय खर्चा को पूरा करने और पुनर्वास के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

नोट- वर्ष 2024 में लागू हुए नए कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS) के लागू होने से पहले बलात्कार की सजा का प्रावधान आईपीसी की धारा 376(ग) में किया गया था।

धारा 65(2) BNS in Hindi- 12 वर्ष से कम आयु की महिला के साथ बलात्कार के लिए दंड 

यदि कोई व्यक्ति 12 वर्ष से कम उम्र की महिला के साथ बलात्कार करता है तो उसे व्यक्ति को कम से कम 20 वर्ष के कठिन करवा या आजीवन कारावास (शेष प्राकृतिक जीवन काल) या मृत्यु दण्ड और जुर्माने से बलात्कार की सजा के लिए दंडित किया जाएगा, परंतु ऐसा जुर्माना, पीड़ित महिला के चिकित्सीय खर्चा को पूरा करने और पुनर्वास के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

नोट- नए कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS) के लागू होने से पहले 12 वर्ष से कम उम्र की महिला के बलात्कार की सजा का प्रावधान आईपीसी की धारा 376(कख) के अंतर्गत किया गया था।

धारा 66 BNS in Hindi – पीडिता की मृत्यु या लगातार विकृतशील दशा कारित करने के लिए दण्ड

जो व्यक्ति धारा 64 (1) BNS या धारा 64(2) BNS के अधीन दंडनीय कोई अपराध करेगा धारा-376(क) जिससे उस महिला की मृत्यु हो जाती है या वह महिला अनिश्चितकाल कुछ भी कर पाने की दशा में न हो अर्थात उस महिला की दशा सतत् विकृतशील हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति को ऐसी अवधि के कठिन कारावास से, जिसकी अवधि बीस वर्ष से कम नहीं होगी, और आजीवन कारावास (शेष प्राकृत जीवनकाल) तक की बढ़ाई जा सकेगी या मृत्युदंड से दंडित किया जाएगा।

नोट- नए कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS) के लागू होने से पहले धारा 66 BNS को आईपीसी की धारा 376(क) के अंतर्गत किया गया था

धारा 67 BNS in Hindi-पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ अलग होने के बाद भी बिना सहमति के संबंध बनाना 

यदि किसी व्यक्ति का अपनी पत्नी से तलाक हो गया है या उसकी पत्नी उससे अलग रह रही हो फिर भी वह व्यक्ति अपनी पत्नी से बिना सहमति के मैथुन/संबंध बनाता है तो उस व्यक्ति को कम से कम 2 वर्ष के कारावास जिसे 7 वर्ष तक बढ़ाया जा सकेगा और जुर्माने से भी दण्डित किया जायेगा।

स्पष्टीकरण- यहां “मैथुन” का अर्थ बीएनएस की धारा 63 के खंड (क) से खंड (घ) तक से है।

नोट- नए कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS) के लागू होने से पहले धारा 67 BNS को आईपीसी की धारा 376(ख) के अंतर्गत किया गया था।

बलात्कार के झूठे केस से कैसे बचें 

अक्सर देखा जाता है कि किन्हीं दो पक्षों में मारपीट या चल/अचल संपत्ति के विवाद या किसी अन्य विवाद के चलते कोई एक पक्ष बलात्कार का झूठा केस दूसरे पक्ष पर कर देता है जिसे दूसरे पक्ष ने किया ही नहीं था। ऐसे में चूंकि बलात्कार के जुर्म में पुलिस बिना वारंट के आरोपी को गिरफ्तार कर सकती है इसलिए गिरफ्तारी के दर से दूसरा पक्ष हमेशा भयभीत रहता है।

बलात्कार का झूठ केस हो जाने के बाद जब जांच अधिकारी आपके पास जांच के लिए आता है या आपको बुलाता है तो उस जांच अधिकारी को आप पूरी बातें सच सच बताइए और कोई ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग जैसा मजबूत साक्ष्य हो तो उसे जांच अधिकारी को अवश्य दिखाए।

अगर आपको लगता है की जांच अधिकारी/पुलिस आपको गिरफ्तार करेगी तो आप हाईकोर्ट में किसी अच्छे वकील के माध्यम से अग्रिम जमानत याचिका पूरे सबूत और शपथ पत्र कि आपने समस्त कागजात जांच अधिकारी को भी दिया है के साथ दायर कर सकते हैं।

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